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Monday, April 12, 2010

शांति मंत्र

शनि की शांति का मंत्र

ऊं ऐं ह्रीं क्लीं शं शनैश्‍चराय नम:

उदासी दूर करने का मंत्र

 तापत्रय विनाशाय, श्रीकृष्‍णाय वयं नुम: ।

 

मनोकामनाओं को पूर्ण करने का दिन

अगर आपकी कोई कामना हो अधूरी या फिर आप करना चाहते हों कोई शुभ काम तो मंगलवार को आने वाला है वो खास दिन जब आपकी सभी कामनाएं हो सकती हैं पूरी. इसके लिए कुछ बातों का रखना होगा खास खयाल और कुछ मंत्रों का करना होगा जाप.

शनि की शांति का मंत्र

शनिदेव की कुदृष्टि अगर किसी भी मनुष्‍य पर पड़ जाए तो उसे तमाम तरह के कष्‍टों का सामना करना पड़ता है लेकिन यदि हम शनि को शांत करने का मंत्र का स्‍मरण करें तो हमें काफी मदद मिलेगी. ऊं ऐं ह्रीं क्लीं शं शनैश्‍चराय नम:

जहां पश्‍चाताप की अग्नि में जल रहे हैं शनिदेव

जिस शनि के प्रकोप से कांपता है पूरा जग, उन्हें है किसका खौफ. किसने शनिदेव का घमंड ही चूर चूर नहीं किया बल्कि उन्हें भक्तों के कल्याण के काम में भी लगा दिया. जबलपुर का एक ऐसा प्राचीन मंदिर में जहां संकटमोचन के चरणों में बैठे हैं शनि और कर रहे हैं अपनी भूल का पश्चाताप.

मां लक्ष्‍मी ने जिस दिन लुटाई धन-दौलत

जिस दिन देवता भी हो गए थे धनवान, जिस दिन मां लक्ष्मी के को मिल जाती है भगवान विष्णु की शक्तियां, शनिवार को है वही विशेष दिन. शनिवार है मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने का दिन, पैसों की तंगी से छुटकारा पाने का दिन है.

उदासी दूर करने का मंत्र

सच्चिदानंद मंत्र का प्रयोग उदासी को दूर करने के लिए किया जाता है. मंत्र है: तापत्रय विनाशाय, श्रीकृष्‍णाय वयं नुम: ।

शत्रुओं को परास्‍त करने वाली मां बगुलामुखी

एक देवी जो करती हैं शत्रुओं को परास्त, जो एक साथ तीन रूपों में देती हैं दर्शन, और जिनके आशीर्वाद से भक्तों की हर मुराद हो जाती है पूरी. लेकिन मां को प्रसन्न करने के लिए करना होता है अनुष्ठान और जिसने विधि विधान से मां को खुश कर दिया, पांच गुरुवार के भीतर उसकी हर कामना हो जाती है पूरी.

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