Subscribe

RSS Feed (xml)



Powered By

Powered by Blogger

Best Offers

Share with me

Sunday, July 26, 2009

होती नहीं दोस्ती सूरत से,

होती नहीं दोस्ती सूरत से,
दोस्ती तो दिल से होती है.
सूरत उनकी खुद ही प्यारी लगती है,
दोस्ती की कदर जिनकी दिल में होती है.
दोस्ती हमारी ऐसी हो प्रिय कि : -
सुबह तेरी शाम मेरी हो,
दिन तेरा हो तो रात मेरी हो.
हंसी तेरी तो उदासी मेरी हो,
नहीं ज़रुरत है चाँद सितारों की,
नहीं ज़रुरत है और यारों की.
बस एक दोस्त आप जैसा चाहिए,
जो अकेले ही वाट लगा दे हजारों की.
ऐसा दोस्त चाहिए जो अपना मान सके,
हमारे हर ग़म को जान सके.
चल रहे हो हम तेज़ बारिश में,
फिर भी पानी में से आंसू को पहचान सके.
बिछड़ने वाले को याद क्या दोगी ,
सोते हुए को ख्वाब क्या दोगी,
हम चाहते हैं उम्र भर दोस्ती का वादा,
कहो इस सवाल का क्या जवाब दोगी .
ज़रुरत ही नहीं किसी अल्फाज़ की,
दोस्ती तो चीज़ है बस एह्सास की.
पास होते तो मंज़र ही क्या होता,
पर दूर से ही खबर है हमें आपके हर सांस की .......

No comments:

Hotels in India

Best Offer